जैसा इंसान दुनिया में बहुत कम ही देखने को मिलता है। आज हम बताने जा रहे हैं आपको उनकी महानता के बारे में। आखिर क्यों टीम सेलिब्रेशन के वक़्त क्यों गायब हो जाते हैं महेन्द सिंह धोनी।
● धोनी जैसा दुनिया मे कोई नहीं है- ये बात तो एकदम सही है। धोनी जो टीम के लिए कर देते हैं वो कोई नहीं कर सकता। धोनी मैदान पर रहें या न रहें इससे फर्क ही नहीं पड़ता क्योंकि उनका कोई तोड़ नहीं है। धोनी गुस्से और अग्रेशन में खेलने के वजाय शांत होकर खेलना ज्यादा पसंद करते हैं।
● धोनी की महानता- धोनी की महानता की बात करें तो शब्द कम पड़ जाएंगे। आपने कभी किसी भी जीत के बाद टीम की फोटो पर गौर फरमाया होगा तो ये पाया होगा कि उस फोटो में टीम के सभी खिलाड़ी ट्रॉफी को उठाते नज़र आ रहे होंगे मगर धोनी कहीं दूर से ही मन ही मन खुश हो रहे होते हैं। वो खुद से ज्यादा अपनी टीम को श्रेय देना पसन्द करते हैं। ये है भारत के पूर्व कप्तान धोनी की महानता।
● धोनी अपनी बेटी जीवा के साथ जश्न मनाते आते हैं नज़र- जी हाँ दोस्तों, धोनी टीम के साथ तो खुशी में शामिल होते हैं मगर अपनी जीत की खुशी का असली जश्न वो अपनी बेटी जीवा के साथ मनाते हुए नज़र आते हैं। अगर बात करें 2018 कि आईपीएल के एक मैच की तो उसमें चेन्नई सुपरकिंग्स की हैदराबाद के खिलाफ जीत के बाद सारे खिलाड़ी जश्न मनाते नज़र आ रहे थे मगर धोनी कहीं गायब हो गए थे। पर बाद में धोनी अपनी बेटी जीवा के साथ जश्न मनाते नज़र आए।
● सिर्फ कप्तान नहीं बल्कि पूरी टीम जीतती है ट्रॉफी- अक्सर आपने पाया होगा कि ट्रॉफी लेने के बाद धोनी कहीं गायब हो जाते हैं क्या आपको पता है ऐसा क्यों है? एक बार यही सवाल धोनी से पूछा गया था तो उन्होंने जवाब में कहा था कि, ‘क्या आपको नहीं लगता कि यह बेहद गलत तरीका है कि आपकी पूरी टीम मैच खेलती और जीतती है, जबकि ट्रॉफी लेने के लिए सिर्फ कप्तान को बुलाया जाता है।’
● बतौर कप्तान ये ओवर एक्सपोज़र है- धोनी ने आगे कहा था कि, ‘यह ओवर एक्सपोजर की तरह है। चलिए ठीक है आप स्टेज पर जाते है 15-20 सेकेंड के लिए ट्रॉफी और उस ओवर एक्सपोजर का हिस्सा बनते हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि इसके बाद आपकी वहां कोई जरूरत है। निश्चित तौर पर हम सभी को जीत का जश्न बहुत पसन्द है और आप हमेशा इसका हिस्सा बनना चाहते हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आपका वहां हर पल ट्रॉफी के साथ बने रहना जरूरी है।’